Wednesday, January 1, 2020

सरकारी नौकरी या प्राइवेट

आज ज़्यादातर प्राइवेट कंपनियों में कार्य करने वाले युवाओं के पिता या माता सरकारी नौकरियों में थे। यह पीढ़ी सरकारी नौकरियों के पीछे भाग नहीं रही। उनके लिए नौकरी का मतलब है प्राइवेट बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरियाँ करना। सरकारी नौकरी की तलाश में आज ज़्यादातर युवा बहुत ही छोटे शहरों के हैं। या फिर जिनके पास कोई टेक्निकल डिग्री नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि सरकारी नौकरियों में प्रतिस्पर्धा कम हो गई है। कई इंजिनियर तो सरकार में विभिन्न पदों पर नौकरियाँ कर रहें हैं। प्रतीत होता है आज युवाओं के पास अवसर अधिक हैं। विस्मय भी होता है जब यह सुनने में आता है देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। सत्य क्या है? यह कोई नहीं बताता । या फिर लोग सत्य नहीं जानते। या फिर इसे अपने निहित स्वार्थ की पूर्ति हेतु तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करते हैं। हर पक्ष एक दूसरे को यह कहने में लगा है-'सब बकवास है!'  

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