Saturday, January 4, 2020
ब्रांडेड या नॉन ब्रांडेड
क्या हमें ब्रांडेड वस्तुएं खरीदनी चाहिए? ज्यादातर मामलों में ब्रांडेड चीजें लोग सामाजिक प्रतिष्ठा के चक्कर में खरीद लेते हैं। विशेषकर वे लोग जो इसका खर्च तो नहीं उठा सकते लेकिन दिखावें में खरीद लेते हैं। इस चक्कर में वे वित्तीय समस्याओं में फंस जाते हैं। मेरे एक मित्र जो एक कलाकार के रूप में संघर्ष कर रहे थे, महंगे ब्रांडेड वस्त्र पहनते थे। उनका कहना था कि वे ऐसा इसलिए करते हैं इससे उन्हें अवसाद से निकलने में मदद मिलती है। उन्हें लगता है कि वे जीवन में अच्छा कर रहे हैं। तो जो भी थोड़ी बहुत कमाई वे करते थे वे ब्रांडेड वस्तुएं खरीदने में लगा देते। एक ही तो जीवन है। ॠण कृत्वा घृतं पिवेत। उधार ले कर भी घी पियो। बाकी सब बकवास है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment