हम जिसे जानते नहीं उससे विवाह कैसे कर सकते हैं? अरैंज मैरीज में हम एक अजनबी से विवाह करते हैं। हमारे जीवन साथी का चुनाव हमारे माँ बाप करते हैं। जबकि लव मैरीज में हम उससे विवाह करते हैं जिससे हम प्रेम करते हैं। अरैंज मैरीज में तलाक के मामले यद्द्पि कम हैं लेकिन घुट घुट कर कई लोग संबंध निभाते हुए पाए जाते हैं। लव मैरीज में तलाक के मामले ज्यादा पाये गए हैं। इतने लंबे समय तक दो लोगों के साथ रहने में ऊब होना स्वाभाविक है। अंगेजी में एक कहावत है- Familiarity breeds contempt. संबंध को हमेशा जवान बनाए रखने के लिए कुछ न कुछ नया करते रहना जरूरी है। वैसे इसमे काफी ऊर्जा और संसाधन खर्च होते हैं। मेरे एक मित्र जो अभी तक कुवांरे हैं और जो विवाह के विरुद्ध हैं का कहना है कि विवाह प्रकृति सम्मत नहीं है। विवाह मानव निर्मित संस्थान है। इसमें समस्या होना स्वाभाविक है। उनका कहना है यों भी धरती पर जनसंख्या बहुत बढ़ चुकी है। विवाह मत करो। विवाह, सुखी वैवाहिक जीवन, जन्म-जन्म का संबंध आदि आदि, सब बकवास है!
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